वर्ल्ड कैंसर डे (World Cancer Day 2024) हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिन विश्व भर के देश साथ मिलकर लोगों को कैंसर से लड़ने और इसकी रोकथाम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद बेहद खास है, और उतनी ही स्पेशल इस साल की थीम भी रखी गई है। इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि वर्ल्ड कैंसर डे का क्या है मकसद, जाने इसका महत्व और थीम।
World Cancer Day 2024: कैंसर को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट!
World Cancer Day 2024 पर हम बात कर रहे हैं कैंसर की, कैंसर इतनी जटिल और गंभीर बीमारी है, जिससे दुनियाभर में लाखों लोगों की हर साल मौतें हो जाती हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी WHO के डाटा के मुताबिक, साल 2018 में कैंसर की वजह से करीब 90 लाख मौतें हुई थीं। यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है और मौत की वजह बन सकता है। वहीं, हाल ही में आई एक रिपोर्ट की मानें तो , कैंसर के मामलों में 77 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है।
इस बीमारी की रोकथाम के लिये इसके प्रति लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक बनाना जरूरी है। इस बीमारी को लेकर जागरुकता फैलाने के लिये हर साल 4 फरवरी का दिन वर्ल्ड कैंसर डे (World Cancer Day 2024) के तौर पर मनाया जाता है। इस साल यह दिन रविवार यानी आज है। आइए जानते हैं, क्या है वर्ल्ड कैंसर डे का महत्व, वर्ल्ड कैंसर डे की थीम और वर्ल्ड कैंसर डे का इतिहास।
कैंसर को लेकर जानकारियां (Information about cancer)
- दुनियाभर में कैंसर मौतों की दूसरी सबसे बड़ी वजह है।
- कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जाना जरूरी है, इसके लिये हर साल विश्व भर में 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है।
- वर्ल्ड कैंसर डे पर इस साल की थीम है-“ क्लोज द केयर गैप: एवरीवन डिजर्व्स एक्सेस टू कैंसर केयर”।
क्या है वर्ल्ड कैंसर डे का इतिहास?( What is the history of World Cancer day 2024 ?)
आपको बता दें कि वर्ल्ड कैंसर डे (World Cancer day 2024) का इतिहास काफी पुराना नहीं है। वर्ष 1999 में वर्ल्ड समिट अगेंस्ट कैंसर पेरिस में इस दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा गया था। इस प्रस्ताव आने के बाद से साल 2000 में 4 फरवरी को पहली बार वर्ल्ड कैंसर डे मनाया गया।
इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ, दुनिया भर के सभी देश साथ मिलकर युद्ध करें और इस जानलेवा बीमारी को खत्म करने में अपना पूरा जोर लगाएं। इस जटिल और गंभीर बीमारी से जुड़े शोध और देखभाल को बढ़ावा देना और इस दिन को मनाने का मेन टारगेट है।