भारतीय क्रिकेट टीम के नए हेड कोच Gautam Gambhir की पहली अग्नि परीक्षा की तारीख सामने आ गई है। जुलाई-अगस्त में SL vs IND सीरीज होने वाली है, टीम इंडिया इसके लिये लिमिटेड ओवर की सीरीज खेलने श्रीलंका जाएगी। श्रीलंका के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम 26, 27 और 29 जुलाई को तीन वनडे मुकाबले खेलने के लिये तैयार है।
वहीं, 1, 4 और 7 अगस्त को तीन टी-20 मुकाबले भी टीम इंडिया श्रीलंका के साथ खेलेगी। दोनों टीमों के बीच सभी वनडे मैच पल्लीकेली में खेले जाएंगे, तो वहीं दूसरी तरफ टी-20 सीरीज की मेजबानी कोलंबो स्थित आर. प्रेमदासा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम करेगा। भारतीय टीम साल 2021 के बाद पहली बार लिमिटेड ओवर सीरीज के लिए श्रीलंका का दौरा करने वाली है।
SL vs IND सीरीज में गंभीर का कोच के तौर पर इम्तिहान!
भारतीय टीम के खिलाड़ी के रूप में टीम का हिस्सा रहे गौतम गंभीर अब पहली बार SL vs IND सीरीज में ड्रेसिंग रूम में कोच बनकर बैठे दिखाई देंगे। फिलहाल गौतम गंभीर को कोचिंग का कोई अनुभव नहीं है। क्रिकेट से संन्यास के बाद वह आईपीएल में लखनऊ सुपरजायंट्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा जरूर बने थे, लेकिन वहां उनका रोल मेंटॉर के तौर पर था। दोनों ही टीम में हेड कोच की भूमिका कोई और निभा रहा था।
बतौर एक्सपर्ट और कमेंटेटर गौतम गंभीर कई बार टीवी पर टीम में मौजूद स्टार कल्चर का विरोध करते दिखाई दे चुके है। ऐसे में अब देखना होगा, कि वह किस नए प्लान के साथ टीम के लिये आते हैं। भविष्य के कप्तान माने जाने वाले क्रिकेटर हार्दिक पंड्या के साथ गंभीर की जुगलबंदी, कुछ खिलाड़ियों के साथ अपने पर्सनल रिलेशन को लेकर भी चर्चाओं में बने रह सकते हैं। इसके साथ ही टीम इंडिया के लिये चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर के साथ उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रोडमैप भी तैयार करना होगा।
SL vs IND सीरीज से पहले हसारंगा ने छोड़ी कप्तानी
वहीं खबरों के मुताबिक स्पिनर वानिंदु हसरंगा ने बार SL vs IND सीरीज से पहले श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की टी-20 कप्तानी के पद से इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार को श्रीलंका क्रिकेट ने हसरंगा के इस्तीफे की जानकारी ऑफिशियली तौर पर जारी कर दी है। श्रीलंका की टीम वानिदु हसारंगा की कप्तानी में 10 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेल चुकी है, जिसमें से 6 में जीत हासिल हुई है, अन्य चार मैच में हार का सामना करना पड़ा है।
हसरंगा ने टी-20 वर्ल्ड कप में श्रीलंका क्रिकेट टीम की कप्तानी की थी, जहां उनके नेतृत्व में टीम सुपर-8 के लिए क्वॉलिफाई करने में भी असफल रही थी। हसरंगा अपने बयान में कहा कि उनका टीम के लिए खिलाड़ी के तौर पर खेलना श्रीलंका क्रिकेट टीम के हित में रहेगा।