Olympics Special में हम बताने जा रहे हैं जब 12 सालों तक ओलंपिक गेम्स नहीं हुए थे। भारत की आजादी से पूर्व 1937 से लेकर 1947 तक पूरे विश्व और खासतौर पर यूरोप के लिए यह समय बेहद ही मुश्किल भरा था। ये समय वो था, जब पूरी दुनिया दूसरे विश्व युद्ध की चपेट में आ गई थी।
उस वक्त इस युद्ध का असर ओलंपिक खेलों पर भी बड़े पैमाने पार दिखा था और साल 1936 बर्लिन ओलंपिक के बाद इन खेलों की वापसी करीब 12 सालों के बाद साल 1948 में लंदन से में हुई थी। ओलंपिक इतिहास में यह पहली बार हुआ ता कि ओलंपिक खेल इतने समय तक बंद हुए थे।
Olympics Special: ओलंपिक खेलों की लंदन को 40 बाद मिली मेजबानी
साल 1908 में पहली बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने वाले लंदन शहर को दूसरी बार इन खेलों का आयोजन करने का मौका करीब 40 साल के बाद मिला। जबकि पहले इन खेलों की मेजबानी जापान के शहर टोक्यो में होनी थी, लेकिन विश्व युद्ध में बुरी तरह से तबाह होने की वजह से उसने ओलंपिक की मेजबानी छोड़ दी। जिसके बाद मेजबानी करने का मौका लंदन को मिला।
Olympics Special: इजराइल को आईओसी ने नहीं दी थी मान्यता!
लंदन ओलंपिक के लिये आईओसी ने जर्मनी और जापान को दरकिनार कर दिया था। इन दोनों देशों को लंदन ओलंपिक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया। क्योंकि इन दोनों ही देशों को विश्व युद्ध का जिम्मेदार बताया गया था। सोवियन यूनियर जोकि वर्तमान में रूस है उसको आमंत्रण मिला, लेकिन उसने अपने एथलीट भेजने से साफ इनकार कर दिया था। उस वक्त इजराइल को आइओसी ने एक देश के तौर पर मान्यता देने से भी साफ मना कर दिया था, जिसकी वजह से वो भी इन खेलों में भाग नहीं ले पाया।