Bhojpuri film industry name: भोजपुरी फिल्म की शुरुवात कब और कैसे हुई?, क्या था बजट, जानें  

Bhojpuri film industry name: शुरुआत में भोजपुरी सिर्फ एक भाषा के तौर पर जानी जाती थी, लेकिन भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री  BHOJPURI FILM INDUSTRY ने इस भाषा को एक अलग पहचान दी। सिर्फ एक क्षेत्र की भाषा मानी जाने वाली भोजपुरी ने अब अपनी फिल्म इंडस्ट्री के नाम (bhojpuri film industry name) और काम के माध्यम से पूरे देश में जलवा बिखेरा है। यह भाषा अब सिर्फ बिहार, यूपी या इसके अलावा झारखंड तक ही सीमित नहीं है। बल्कि विश्व भर में भोजपुरी फिल्मों और गानों के तमाम फैंस मिल जाएंगे। इस फिल्म इंडस्ट्री ने कई ऐसे शानदार गाने दिये हैं जो डिस्को और शादियों में भी बजाये जाते हैं।

Bhojpuri film industry name

Bhojpuri film industry name इस तरह हुआ  

कम बजट में शुरू हुई इस भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक फिल्मों का निर्माण हुआ है। इन फिल्मों पर दर्शकों ने जमकर प्यार लुटाया है। इन फिल्मों की सोशल मीडिया से लेकर फिल्मी पर्दे तक धूम रही है। कहा जाता है कि आज भले ही भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता बढ़ गई है इसके साथ ही दर्शक भी इन फिल्मों को बड़े शौक से देख और सराह रहे हैं। लेकिन अगर पहले की बात की जाए तो इसका फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास ऐसा बिल्कुल भी नहीं था। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि कैसे भोजपुरी सिनेमा की शुरुआत कैसे हुई और इसका नाम (bhojpuri film industry name) कैसे पड़ा। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि भोजपुरी की पहली फिल्म कैसे बनी, और उसका क्या था बजट। और भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास के झरोखे में भी झांकेंगे।

Bhojpuri film industry name कैसे पड़ा कैसे हुई शुरुआत

अगर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की नींव कैसे पड़ी और इसका नाम (bhojpuri film industry name) कैसे हुआ तो हमें इतिहास के पन्नों को खंगालना होगा। वहीं अगर बात करें इसकी शुरुआत कैसे हुई तो बता दें कि, भारत के दो बड़े राज्यों उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा के पास के जिले गाजीपुर के रहने वाले नजीर हुसैन ने बिमल रॉय की फिल्म दो बीघा जमीन को लिखा था। बिमल रॉय से उस वक्त उन्होंने उनकी भाषा को समझा और भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास की पहली फिल्म ‘गंगा मईया तोहे पियरी चढ़इबो’ लिख डाली।

FIRST FILM OF BHOJPURI

Bhojpuri film industry name: भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में नजीर हुसैन का योगदान

भोजपुरी भाषा में इस फिल्म को लिखने के बाद नजीर हुसैन बिमल रॉय के पास आए। बिमल रॉय इस फिल्म को हिंदी में बनाना चाह रहे थे। लेकिन नजीर हुसैन ने अपनी लिखी इस फिल्म को भोजपुरी भाषा में ही बनाने का फैसला लिया। इस फिल्म के साथ ही भोजपुरी सिनेमा के पहले अध्याय की शुरुआत हो गई। वर्तमान समय में नजीर हुसैन के संघर्षों को भोजपुरी सिनेमा में काम करने वाले कलाकारों को जानने की आवश्यकता है। नज़ीर हुसैन ने बिमल रॉय से अपनी भाषा और बोली समझौता नहीं किया।  

भारत के प्रथम राष्ट्रपति ने भी भोजपुरी को लेकर  की थी ये अपील

देश की आजादी के बाद सिनेमा को लेकर कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले। इस क्षेत्र के विस्तार और युवाओं के करियर को लेकर फिल्म शिक्षण संस्थानों की स्थापना की गई। लोगों ने व्यक्तिगत स्तर पर भी सिनेमा जगत को सुधारने का प्रयास किया। उस वक्त भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने इस क्षेत्र के लिये एक सराहनीय कदम उठाया। उन्होंने आयोजित एक फिल्म समारोह में अपने महत्वपूर्ण संबोधन में भोजपुरी भाषी होने का दायित्व निभाया और उन्होंने भोजपुरी सिनेमा को लेकर फिल्मकारों से इस क्षेत्र में भी काम करने को कहा।

Bhojpuri film industry name: भोजपुरी सिनेमा को लेकर नजीर हुसैन ने क्या लिया था निर्णय

मतलब ये कि, उस दौरान भोजपुरी फिल्में का निर्माण तो होता नहीं था, लेकिन भोजपुरी भाषा को बोलने वाले लोग हिंदी सिनेमा में काम किया करते थे। ऐसे में हिंदी फिल्मों में ही भोजपुरी भाषा का तड़का देखने को मिल जाता था। उस दिन समारोह में आए भोजपुरी माटी से प्रेम करने वाले नजीर हुसैन राजेंद्र प्रसाद की बात सुनकर काफी प्रभावित हुए। उन्होंने समारोह में राष्ट्रपति को भरोसा दिलाते हुए अपनी मातृ भाषा में प्रण लेकर कहा कि, डॉक्टर साहब समझीं हम आजे से ई दिशा में काम करे शुरू कर देनीं (डॉक्टर साहब समझ गए आज से इस दिशा में काम करना शुरू कर देंगे) , रउवा बस शुभकामना दीं” ( बस आप शुभकामना दें) । इसके बाद ही नजीर हुसैन ने भोजपुरी भाषा की पहली फिल्म गंगा मईया तोहे पियारी चढ़इबो (Ganga maiya tohe pyari chadhaibo) की पटकथा लिखनी शुरु कर दी और इसी के साथ ही शुरू हुआ था भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास।

NAZIR HUSSAIN

Bhojpuri film industry name: नजीर हुसैन की जिद ने रच दिया इतिहास

विमल रॉय के ऑफर को नकारने के बाद नजीर हुसैन को तगड़ा संघर्ष करना पड़ा। वे लंबे समय तक निर्माता की तलाश में इधर-उधर भटकते रहे। उन्होंने एक तरह से प्रण ले ही लिया था कि वो भोजपुरी भाषा की पहली फिल्म बनाकर ही दम लेंगे। नजीर हुसैन अपने साथी और सहयोगियों से कहा करते थे कि ‘फिलिमिया चाहें जहिआ बनो, बाकी बनी त भोजपुरिया में ’. निर्माता को लेकर नजीर की तलाश जारी रही। कोई भी भोजपुरी फिल्म पर पैसा लगाने को तैयार नहीं हो रहा था। आखिर में कोयला व्यापारी और एख सिनेमा हॉल मालिक विश्वनाथ प्रसाद शाहाबादी ने इस फिल्म पर पैसा लगाने की हामी भर दी। इस फिल्म के लिये नजीर ने निर्देशन की कमान बनारस के निवासी कुंदन शाह को सौंप दी। 

भोजपुरी की पहली फिल्म ने कितनी कमाई की (BHOJPURI FIRST FILM INCOME)

फिल्म निर्माण के लिये बजट 1. लाख का बजट तय किया गया। लेकिन जब फिल्म का निर्माण हुआ तो बनते-बनते यह आंकड़ा 5 लाख रुपए तक पहुंच गया। लेकिन शाहाबादी ने पैसे की फिक्र न करते हुए इस फिल्म को पूरा करवाया। साल 1963 में बनकर तैयार हुई पहली भोजपुरी भाष की फिल्म रिलीज के लिये तैयार थी। गौर करने वाली बात ये है कि उस दौर में भी इस फिल्म ने 80 लाख का कारोबार कर सभी को चौंका दिया। इस तरह नजीर हुसैन की जिद ने इतिहास रच दिया। जानकारी के लिये बता दें कि, इस फिल्म में बनारस के ही रहने वाले कुमकुम और असीम ने मुख्य किरदार निभाए थे।

BHOJPURI FIRST FILM INCOME

किस तरह बनी पहली भोजपुरी फिल्म? (How was the first Bhojpuri film made?)

विमल रॉय के ऑफर को ठुकरा देने के बाद नजीर हुसैन को काफी वक्त तक निर्माता की तलाश करनी पड़ी। वो लंबे समय तक इधर-उधर भटकते रहे। उन्हें बॉलीवुड की नगरी और सपनों के शहर कहे जाने वाले मुंबई में कोई भी ऐसा नहीं मिला जो निर्माता बन सके। कोई भी भोजपुरी फिल्म पर पैसा लगाने को तैयार नहीं हो रहा था। बाद में एक कोयला व्यासायी और सिनेमा हॉल मालिक विश्वनाथ प्रसाद शाहाबादी इस फिल्म पर पैसा लगाने के लिये तैयार हुए और बाद में साल 1963 में भोजपुरी की पहली फिल्म बनकर तैयार हुई। इस फिल्म का बजट डेढ़ लाख तय किया गया था लेकिन जब फिल्म पूरी हुई तो 5 लाख रुपए खर्च हो चुके थे। वहीं कमाई के बात करें तो फिल्म ने 80 लाख रुपए का कारोबार किया था।

पहली भोजपुरी फिल्म का बजट (Budget of first Bhojpuri film)

नजीर हुसैन की काफी खोजबीन के बाद एक कोयला व्यवसायी और सिनेमा हॉल मालिक विश्वनाथ प्रसाद शाहाबादी इस फिल्म पर पैसा लगाने के लिये तैयार हुए और बाद में साल 1963 में भोजपुरी की पहली फिल्म बनकर तैयार हुई। इस फिल्म का बजट डेढ़ लाख तय किया गया था लेकिन जब फिल्म पूरी हुई तो 5 लाख रुपए खर्च हो चुके थे। वहीं कमाई के बात करें तो फिल्म ने 80 लाख रुपए का कारोबार किया था। जिसने सभी को हैरान कर दिया था।

Bhojpuri film industry name: भोजपुरी सिनेमा पर आरोप

भोजपुरी फिल्म उद्योग की बता करें तो, ये लगभग 2000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। वहीं साल 1999- 2000 के बीच यह फिल्म उद्योग खत्म होने के कगार पर पहुंच गया था। वहीं साल 2002 में आई भोजपुरी फिल्म सैयां हमार ने जबरदस्त कारोबार किया। इस फिल्म को देखते हुए भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के निर्माताओं और निर्देशकों में एक उम्मीद की किरण सी जगी। लेकिन माना जाता है कि वहीं से भोजपुरी सिनेमा पर तरह तरह के आरोप लगते रहे हैं। वहीं, इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता कि ‘गवनवा लइजा राजा जी’ जैसे सुपरहिट गानों ने भोजपुरी फिल्मों में चार चांद लगा दिए और जिनको दर्शकों ने खूब सराहा।. लेकिन यहां रिमोट, जवानी, चुम्मा से आगे नहीं बढ़ पाया, है सैयां, साली, लहंगा आदि। यह भी सत्य है कि भोजपुरी में बनने वाली कई फिल्मों को भारतीय केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने व्यस्कों वाला प्रमाण पत्र दिया है।

Bhojpuri film industry name: भोजपुरी सिनेमा के मुख्य अभिनेताओं की लिस्ट

  1. खेसारी लाल यादव
  2. पवन सिंह
  3. सुजीत कुमार
  4. यश कुमार
  5. अवधेश मिश्रा
  6. प्रदीप पाण्डेय
  7. राकेश पाण्डेय
  8. संजय पाण्डेय
  9. कुलदीप कुमार
  10. दिलीप सिन्हा
  11. मनोज टाइगर
  12. मनोज तिवारी
  13. दिनेश लाल यादव
  14. कृष्णा अभिषेक
  15. विनय आनंद
  16. विराज भट्ट
  17. मनोज भावुक
  18. केके गोस्वामी
  19. नज़ीर हुसैन
  20. गौरव झा
  21. क्रांति प्रकाश झा
  22. कमाल आर खान
  23. सिकंदर खरबंद
  24. रवि किशन
  25. रितेश पाण्डेय
  26. ऋषभ कश्यप 

1. खेसारी लाल यादव

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता खेसारी लाल यादव किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। खेसारी लाल यादव भोजपुरी अभिनेता, गायक और मशहूर नर्तक हैं। वहीं फिल्म के क्षेत्र की बात करें तो खेसारी लाल को पहली कामयाबी उनके चर्चित भोजपुरी एल्बम ‘माल भेटई मेला’ से मिली। साल 2012 में उनकी पहली फिल्म आई, जिसका नाम  ‘साजन चले ससुराल’ था।

KHESARI LAL YADAV

इस फिल्म ने खेसारी लाल यादव को रातोंरात  भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार बना दिया। इसके साथ ही अपने गायन में वे अपनी विशिष्ट ग्रामीण भाषा का प्रयोग करते अकसर दिखाई देते हैं।। खेसारी ने अपनी गायकी के करियर की शुरुआत म्यूजिक एल्बम “माल भाते मेला में” से की। अगर वर्तमान की बात करें तो खेसारी लाल यादव भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार हैं। उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग हैं।

2. पवन सिंह

पवन सिंह के फिल्मी करियर की बात करें तो, एक छोटे से गांव से निकल कर फिल्मों की चकाचौंध तक पहुंचना उनके लिये आसान नहीं था। पवन सिंह को यहां तक पहुंचने के लिये कड़ी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने अपने फिल्म सफर की शुरुआत बतौर गायक के तौर पर की। उनका पहला एल्बम ओढ़निया वाली था। जो साल 1997 में रिलीज़ हुआ था। पवन सिंह का यह एल्बम लोगों को बहुत पसंद आया।

PAWAN SINGH

जिसके बाद फिल्म में उन्हें पहला रोल साल 2007 में मिला। मुख्य अभिनेता के तौर पर फिल्म रंगीली चुनरिया तोहरे नाम से उन्होंने फिल्म में डेब्यू किया। उन्हें कई वर्षों तक संघर्ष के बाद सफलता मिली और दर्शकों ने भी उन्हे खासा पसंद किया। वहीं पवन सिंह ने यूं तो बहुत से गाने गाए हैं, लेकिन उनका जो गाना सबसे ज्यादा मशहूर हुआ वह “लगावे लू जब लिपिस्टिक” था। यह गाना आज भी हर किसी कि ज़ुबान पर आ ही जाता है, और अक्सर शादी या पार्टी में यह गाना सुनने को मिल जाता है।

3.नज़ीर हुसैन

नज़ीर हुसैन को भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का पितामाह भी कहा जाता है। उनका शुमार हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं के रुप में भी होता है। उनका जन्म 15 मई 1922 को हुआ था। नजीर हुसैन एक बेहतरीन कलाकार के साथ साथ शानदार अभिनेता थे। उन्होंने कई फिल्मों में अपने किरदारों से लोगों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी। लेकिन ये बात कम ही लोग जानते हैं होंगे कि नजीर न सिर्फ एक बेहतरीन कलाकार थे, इसके साथ ही वे एक अच्छे लेखक भी थे। इसके अलावा जो बात उनको सबसे अलग और खास बनाती है, कि वह यह कि वह एक सच्चे देशभक्त भी थे। नजीर ने देश की आजादी में भी अहम रोल निभाया था। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की नींव रखने का श्रेय भी नजीर हुसैन को ही जाता है।

NAZIR HUSSAIN

क्योंकि भोजपुरी सिनेमा की शुरुआत नजीर ने ही की थी। उन्होंने 70 के दशक में करीब 500 फिल्मों में अहम किरदार निभाए। उन्होंने अपने फिल्मी करियर में ज्यादातर संजीदगी भरे रोल निभाए। हिंदी सिनेमा में तो उन्होंने अलग पहचान बनाई ही इसके साथ ही भोजपुरी सिनेमा की शुरूआत भी इन्होंने ही की थी।

Bhojpuri film industry name: भोजपुरी भाषा में पहली फिल्म नजीर के द्वारा ही बनाई गई। भोजपुरी सिनेमा की शुरुआत नजीर हुसैन द्वारा लिखित और बनाई गई फिल्म ‘गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ायबो’ से मानी जाती है। इस फिल्म के बाद उन्होंने कई और भोजपुरी फिल्मों का निर्माण किया। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को नजीर हुसैन के योगदान को नहीं भूलना चाहिये।

 

Bhojpuri film industry name: भोजपुरी सिनेमा की बड़ी अभिनेत्रियों की लिस्ट

  1. काजल राघवानी
  2. आम्रपाली दूबे
  3. मोनालिसा
  4. अक्षरा सिंह
  5. रानी चटर्जी

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